पारोली। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पारोली में बुजुर्ग और दिव्यांग मतदाताओं ने घर से ही मतदान की सुविधा का लाभ उठाया और अपने मत का प्रयोग किया।
लोकसभा चुनाव के लिए मंगलवार को 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों को होम वोटिंग करवाई गई। इस दौरान वरिष्ठ मतदाताओं ने घर पर ही मतदान किया. 40 प्रतिशत या अधिक दिव्यांगता रखने वाले विशेष योग्यजन मतदाताओं ने भी इस प्रक्रिया में हिस्सा लिया। होम वोटिंग के जरिए मतदान करने के बाद मतदाताओं ने लोकतंत्र में अपने हिस्सेदारी होने पर खुशी जाहिर की. वहीं, आमजन से भी आगामी 26 अप्रैल को लोकसभा चुनाव के लिए मतदान करने की अपील की।
सेक्टर अधिकारी अनिल कुमावत सोमावत ने बताया कि निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 85 वर्ष से अधिक उम्र वाले मतदाताओं तथा 40% से अधिक दिव्यांग मतदाताओं को मंगलवार को होम वोटिंग की सुविधा मुहैया कराई गई है। इस प्रक्रिया में मतदान दलों ने पात्र मतदाताओं के घर-घर जाकर पोस्टल बैलेट के माध्यम से परली सहित आसपास के 10 बुजुर्गों का मतदान करवाया। उन्होंने बताया कि होम वोटिंग के दौरान मतदाताओं एवं दिव्यांगजनों में मतदान के प्रति उत्साह नजर आया। इस दौरान मतदाताओं ने अपने-अपने अनुभव साझा किए और होम वोटिंग की सुविधा के लिए निर्वाचन आयोग को धन्यवाद दिया।
94 वर्षीय झुमा देवी कासलीवाल ने कहा कि उनकी ढलती उम्र के कारण वे मतदान केन्द्र तक पहुंचने में असमर्थ थी, उन्हें मतदान केंद्र पर पहुचने के लिए किसी परिवारजन के सहारे की जरूरत होती थी, ऐसे में कई बार स्वास्थ्य कारणों के कारण उन्हें मतदान से वंचित होना पड़ता था। उन्होंने निर्वाचन आयोग की होम वोटिंग की पहल को काफी सराहनीय बताया।
वही 110 वर्षीय बिशनिया निवासी बिरदी देवी धाकड़ ने मतदान किया तथा इस दौरान उन्होंने आमजन से अपील की लोकतंत्र के इस त्यौहार में अपना मतदान अवश्य करें।
102 साल की बाली बाई वोट देकर बोली मतदान करने की इच्छा हुई पूरी उन्होंने कहा कि कभी सोचा नहीं था कि एक दिन वो अपने घर से वोट डाल सकेंगे, लेकिन निर्वाचन आयोग की पहल से घर से मतदान करने की इच्छा पूरी हो सकी।